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Mukesh

kahin door jab din dhal jaye lyrics

kahin door jab din dhal jaye lyrics mukesh kahin door jab din dhal jaye lyrics in hindi कहीं  दूर  जब  दिन  ढल  जाएसांझ  की  दुल्हन  बदन  चुराएचुपके  से  आएमेरे  ख़यालों  के  आँगन मेंकोई सपनों के  दीप जलाए   , दीप  जलाए कहीं  दूर  … कभी  यूँहीं ,  जब हुईं , बोझल  साँसेंभर  आई  बैठे  बैठे …

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ek din bik jayega mati ke mol lyrics

इक दिन बिक जाएगा, माटी के मोल जग में रह जाएंगे, प्यारे तेरे बोल इक दिन बिक जाएगा, माटी के मोल जग में रह जाएंगे, प्यारे तेरे बोल दूजे के होंठों को, देकर अपने गीत कोई निशानी छोड़, फिर दुनिया से डोल इक दिन बिक जायेगा … ला ला ललल्लल्ला अनहोनी पग में काँटें लाख …

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